रामिश सिद्दीकी की किताब, मुस्लिम समाज की तस्वीर
दैनिक जागरण, नई दिल्ली, 13, January, 2017
आतंकवाद, आइएसएसआइएस, मदरसे, तीन तलाक इत्यादि जैसे मुद्दे पर मुस्लिम समाज में विभेद है। युवा लेखक रामिश सिद्दीकी का मानना है कि यह स्थिति मुस्लिम समाज में शिक्षा की कमी और अधकचरी जानकारी के कारण उत्पन्न हुई है। मदरसे में पारंपरिक शिक्षा दी जा रही है। यहां तक कि मदरसे के मौलाना तक को इस्लाम और इसकी गूढ़ जानकारी नहीं है। इसके कारण समाज में कंट्टर सोच पैदा हो रही है। जब तक लोगों के सामने इस्लाम की सही तस्वीर सामने नहीं आएगी यह स्थिति बनी रहेगी।
इस किताब का नाम बेस्ट सेलर बुक की सूची में शामिल है।
ऐसे ही विभिन्न मुद्दों पर सिद्दीकी की लिखी किताब द ट्रू फेस ऑफ इस्लाम पुस्तक मेले मे हाल संख्या 11 स्थित हार्पर कोलिंस प्रकाशक के स्टॉल पर प्रदर्शित की गई है। इस किताब का नाम बेस्ट सेलर बुक की सूची में शामिल है। सिद्दीकी जाने-माने इस्लामिक विद्वान मौलाना वहीदुद्दीन खान के नाती हैं। खान इस्लाम, कुरान, पैगंबर इत्यादि पर कई किताबें लिख चुके हैं और उन्हें कई अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त हो चुका है। अंग्रेजी में लिखी इस किताब में 38 विभिन्न विषयों पर लिखा गया है। गत वर्ष इस किताब का विमोचन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने किया था। वर्तमान में इसकी बिक्री भारत सहित पाकिस्तान और अमेरिका में की जा रही है। हार्पर कोलिंस प्रकाशन के इंडिया के सीनियर कमिश्निंग एडिटर देबाश्री रक्षित बताती हैं कि विश्व में इस्लाम को लेकर विभेद है। लिहाजा लोगों में इसके बारे में सही संदेश मिले इसके मद्देनजर उन्होंने इस किताब को छापने का बीड़ा उठाया।